प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने जर्काता के ‘नेशनल मॉन्यूमेन्ट’ में पहली बार आयोजित संयुक्त ‘पतंग प्रदर्शनी’ का उद्घाटन कर पतंगबाजी में हाथ आजमाया। प्रदर्शनी भारत के महाकाव्यों ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ की थीम पर आधारित है। भारत और इंडोनेशिया के बीच मजबूत सभ्यताकालीन संबंधों को दर्शाने वाली ‘पतंग प्रदर्शनी’ में दोनों नेताओं ने पतंगबाजी भी की।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा
‘रामायण’ और ‘महाभारत’ की थीम पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन दोनों नेताओं ने एकसाथ किया।
बयान में कहा गया,
दोनों नेताओं ने जर्काता के लयांग – लयांग संग्रहालय और अहमदाबाद के पतंग संग्रहालय के बीच हुए समझौते का स्वागत किया। साथ ही दोनों ने जर्काता के ‘नेशनल मॉन्यूमेन्ट’ में रामायण और महाभारत की थीम पर आधारित पहली संयुक्त पतंग प्रदर्शनी की सराहना भी की।
प्रदर्शनी की थीम के अनुरूप कई पतंगों पर भगवान राम, रावण का वध करते भी नजर आए। रामायण थीम को इंडोनेशियाई आयोजकों और महाभारत थीम को भारतीय आयोजकों ने डिजाइन किया है। मोदी पूर्वी एशिया के तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में बीते 29 मई को इंडोनिशया की राजधानी जकार्ता पहुँचे थे। भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ को मजबूत करने के लिए इस दौरान मोदी मलेशिया और सिंगापुर भी जाएँगे।
Cultural connect touching the skies! Ramayana themed joint kite exhibit unveiled…Ahmedabad and Jakarta Kite Museums exchange MoUs. PM @narendramodi and Indonesian President @jokowi together taking the relationship to new heights! pic.twitter.com/VPZ5XrGGID
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) May 30, 2018
मोदी ने इंडोनेशिया में चर्चों पर आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा की
वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया में तीन चर्चों पर हाल में हुए आतंकवादी हमलों की बुधवार (30 मई) को कड़ी निंदा की और उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जकार्ता के साथ मजबूती से खड़ा है। मोदी ने राष्ट्रपति जोको विदोदो से बातचीत के बाद एक बयान में कहा,
मित्रों, मैं इंडोनेशिया में हाल के हमलों में निर्दोष नागरिकों की मौत से दुखी हूँ। भारत ऐसे हमलों की कड़ी निंदा करता है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इंडोनेशिया के साथ है।
देश के दूसरे सबसे बड़े शहर सुराबाया में इस महीने की शुरुआत में छह आत्मघाती हमलावरों ने तीन चर्चों को निशाना बनाया। इसमें कम से कम सात लोग मारे गए और समन्वित हमलों में 40 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए। पिछले 18 वर्षों में चर्चों पर यह सबसे बड़ा हमला था।